यूँ ना दुनिया में मतलब के साथी ढूंढ़ते
अगर तुम साथ होते
यूँ ना हर किसी भी शख़्श के नखरे उठाते
अगर तुम साथ होते
दिल में अकेलेपन के यूँ ज़ख्म न होते
अगर तुम साथ होते
यूँ ना अजनबियों में ख़ुशी ढूंढ़कर मुस्कुराते
अगर तुम साथ होते
आईने से यूँ खुद की तारीफ न करते
अगर तुम साथ होते
शौक पूरे करने के लिए यूँ हर एक को न मनाते
अगर तुम साथ होते,
अगर तुम साथ होते…
-- श्वेतिमा
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